sidh kunjika - An Overview
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा ॥ १२ ॥
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
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देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
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देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
यस्तु कुंजिकया देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।
It is incredibly secretive – we must go deeply inside and fully grasp the indicating of these mantras.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
नमस्ते sidh kunjika शुम्भहन्त्र्यै च निशुम्भासुरघातिनि ।